कांग्रेस पार्टी की विचारधारा बीजेपी से मेल नहीं खाती है बल्कि अजित पवार के नेतृत्व में एनसीपी का एक धड़ा बीजेपी के साथ आ गया है । राज ठाकरे द्वारा गृहमंत्री अमित शाह के साथ की गई मुलाकात, और अजित पवार द्वारा देवेंद्र फडणवीस के साथ की गई मुलाकात, राजनीतिक गतिशीलता में एक नया मोड़ दिखा रहे हैं। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी अपने नेताओ के साथ मुलाकात किया । जिससे लोकसभा चुनाव के लिए राजनीतिक पारिस्थितियाँ महाराष्ट्र में परिवर्तित हो सकती हैं।
2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी जी की अगुआई में बीजेपी का खुलकर समर्थन कर रहे थे राज ठाकरे लेकिन 2019 आते-आते वह मोदी को जमकर निशाने पर लेने लगे । अब 2024 का लोकसभा चुनाव सिर पर है और सभी पुराने समीकरण टूट रहे हैं और नए समीकरण बन रहे हैं ।